×

परिणीति का इंतजार बढ़ा, जाने कारण

 

2016 में इस पर अमेरिका में साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म बनी और बॉक्स ऑफिस पर सफल रही. अब लेखक-निर्देशक रिभु दासगुप्ता ने इसे हिंदी में बॉलीवुड अंदाज में बनाया है.


कहानी को भारतीय देश-काल-परिवेश में ढाला गया होता तो समझ आता कि दासगुप्ता ने कुछ नया करने की कोशिश की है, मगर ऐसा नहीं है. उन्होंने सिर्फ किरदारों को भारतीय मूल का बना कर समझ लिया कि फिल्म हिंदी की हो गई.

जबकि यहां ऐसा कुछ नहीं है कि जिससे देसी दर्शक कनेक्ट हो सकें. परिणीति चोपड़ा का स्टारडम या अभिनय प्रतिभा भी ऐसी नहीं कि उन्हें देखने के लिए मन में हूक पैदा हो. निर्देशक ने नाजुक खूबसूरती वाली अभिनेत्री कीर्ति कुल्हारी को इतना खराब मर्दाना गेट-अप दिया है कि हंसी आती है. बेहतर होता किसी पुरुष एक्टर से यह रोल करा लेते.