×

खुद से 9 साल बड़े Ritesh से प्यार कर बैठी थी Genelia, 10 साल बाद रचाई शादी ऐसे शुरू हुई लव स्टोरी

 

प्यार वो अनमोल खजाना है जिसे हर कोई पाना चाहता है। प्रेम के बिना जीवन कठिन हो जाता है। प्यार जात-पात नहीं देखता और न ही इस बात से फर्क पड़ता है कि वह अमीर है या गरीब। प्यार का रिश्ता बहुत ही पवित्र रिश्ता होता है। इसे बनाए रखने में काफी मेहनत लगती है। एक छोटी सी चूक इस पवित्र रिश्ते में दरार का काम कर सकती है। दुनिया भर में ऐसे कई लोग हैं जो अपने प्यार को पाने के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। फिल्मी दुनिया में कई ऐसे सितारे हैं जिन्होंने अपने प्यार को पाने के लिए खूब पापड़ बेले हैं। रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा को भी अपने प्यार को शादी तक पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इन्होंने अपने प्यार को काफी समय तक दुनिया की नजरों से छुपाए रखा।


आज जहां हर दूसरा कपल ब्रेकअप या तलाक की बात कर रहा है वहीं रितेश और जेनेलिया एक दूसरे के अलावा किसी के बारे में सोचते भी नहीं हैं। दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। उनके झगड़े या अफेयर्स से जुड़ी खबरें मीडिया जगत में कम ही नजर आती हैं। इन दोनों सितारों को खुशी से हंसते देखा जा सकता है. दोनों की लव स्टोरी कैसे शुरू हुई, पहली बार कहां मिले जैसी कई बातें उनके फैंस जानना चाहते हैं। अगर आप भी इस प्यारी जोड़ी के फैन हैं तो चलिए आज हम आपको इनकी लव स्टोरी के बारे में बताते हैं। रितेश और जेनेलिया की पहली मुलाकात की बात करें तो दोनों साल 2002 में फिल्म तुझे मेरी कसम की शूटिंग के दौरान मिले थे। इनकी पहली मुलाकात हैदराबाद के एयरपोर्ट पर हुई थी।


रितेश को पहले ही बता दिया गया था कि जेनेलिया उनका इंतजार कर रही हैं। लेकिन जब वह एयरपोर्ट गए तो जेनेलिया के तेवर देखकर रितेश हैरान रह गए। क्योंकि जेनेलिया ने उन्हें एटीट्यूड दिखाया था। दरअसल, रितेश देशमुख महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे हैं, जिसके चलते जेनेलिया उन्हें बिगड़ैल समझती थीं। उसने सोचा कि इसमें कोई बड़ा अहंकार होगा। जेनेलिया ने सोचा कि वह उनके सामने भावनाओं को खाए, खुद जेनेलिया ने रितेश को घास नहीं खिलाई। रितेश ने आगे बढ़कर जेनेलिया से हाथ मिलाया। जेनेलिया हाथ जोड़कर इधर-उधर देखने लगीं। पहली मुलाकात में जेनेलिया का इतना इमोशन खाना रितेश को बिल्कुल पसंद नहीं आया।


उसके बाद जब दोनों ने फिल्म की शूटिंग शुरू की तो जेनेलिया को अहसास हुआ कि रितेश और लोगों की तरह नहीं हैं, उनमें घमंड नाम की कोई चीज नहीं है। रितेश के बारे में उनकी सोच गलत थी। जेनेलिया ने रितेश के लिए अपना मन बदल लिया। धीरे-धीरे जब दोनों मिलने लगे तो जेनेलिया को एहसास हुआ कि रितेश दिल के अच्छे इंसान हैं, वह पूरी टीम को अपने साथ ले जाते हैं, उन्हें लोगों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना पसंद है।