डायरेक्टर Satish Kaushiks की फिल्म Kaagaz की दिल्ली हाई कोर्ट ने की जमकर तारीफ
हिंदी सिनेमा के जाने माने निर्देशक सतीश कौशिक (Satish Kaushik) की फिल्म 'कागज' (Kaushik Kaagaz) बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फिल्म में अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने अपनी लाजवाब एक्टिंग से सबका दिल जीत लिया है। मूल कहानी पर आधारित 'कागज़' की हाल ही में दिल्ली उच्च न्यायालय में प्रशंसा की गई है, साथ ही एक मामले की सुनवाई के दौरान फिल्म को एक संदर्भ के रूप में इस्तेमाल किया गया है। अब इस मामले पर सतीश कौशिक का रिएक्शन सामने आया है।
हिंदी सिनेमा के दिग्गज निर्देशक सतीश कौशिक ने दिल्ली हाई कोर्ट में कहा कि उनकी फिल्म 'कागज' की तारीफ हुई और ऐसी फिल्में आज भी समाज को प्रभावित करती हैं। हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में सतीश कौशिक ने अपनी बात को जारी रखते हुए बताया है कि जब हाई जस्टिस किसी केस के फैसले को लेकर आपकी फिल्म का जिक्र करते हैं तो बड़ी उपलब्धि का अहसास होता है।
उनके मुताबिक साफ है कि अच्छा सिनेमा आज भी समाज और लोगों को कितना प्रभावित कर सकता है। इतना ही नहीं, सतीश कौशिक ने यह भी बताया है कि 'कागज' की रिलीज के बाद जिन लोगों को कागज पर मृत घोषित कर दिया गया था, उन्हें उत्तर प्रदेश में जिला अधिकारियों ने जीवित घोषित कर दिया था। दरअसल, सीबीएसई की मार्कशीट में जन्मतिथि गलत होने को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक महिला की याचिका पर सुनवाई हुई थी।
इस मामले को लेकर न्यायमूर्ति चंद्र धारी सिंह की पीठ ने कथित तौर पर 'कागज' (कौशिक कागज) का जिक्र करते हुए कहा, 'यह फिल्म नौकरशाहों के आधार के कागज के लिए लोगों की पीड़ा को दिखाती है। गरीब लोगों का इलाज कैसे किया जाता है? फिल्म 70 के दशक पर आधारित है, ऐसे में यह देखना भी दिलचस्प होगा कि 50 साल बाद स्थिति कितनी बदली है। कोर्ट ने सीबीएसई बोर्ड को आदेश दिया कि उस मार्कशीट में जन्मतिथि को तुरंत सही किया जाए।