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माधुरी दीक्षित मालदीव में पति के साथ एक रोमांटिक कैंडल लाइट डिनर का आनंद...

 
माधुरी दीक्षित मालदीव में पति के साथ एक रोमांटिक कैंडल लाइट डिनर का आनंद...
मालदीव लगभग सभी बॉलीवुड हस्तियों के लिए एक सबसे लोकप्रिय मनोरंजन बन गया है। लगभग हर सेलिब्रिटी छुट्टी के लिए विदेशी स्थान पर जाते हैं, माधुरी दीक्षित और उनके पति डॉ। श्रीराम ने अपने व्यस्त कार्यक्रम से कुछ समय दूर रहे हैं। अभिनेत्री डांस दीवाने के लिए शूटिंग कर रही हैं और एक ही समय में कई चीजों का मजाक उड़ा रही हैं।


मुंबई की हलचल से दूर, माधुरी दीक्षित और डॉ। नेने मालदीव में समुद्र तट पर एक रोमांटिक डिनर का आनंद लिया। टोस्ट लेते हुए एक ब्लैक एंड व्हाइट फोटो शेयर करते हुए, माधुरी दीक्षित और डॉ। नेने सब मुस्कुरा रहे हैं क्योंकि वह कैमरे के लिए खुले तौर पर खड़ा है। माधुरी दीक्षित के प्रशंसक, जो हमेशा की तरह सुंदर दिखते हैं, मदद नहीं कर सके, लेकिन उनके साथ प्यार में पड़ गए।

हिंदी सिनेमा की एक अलग पहचान हैं अभिनेत्री माधुरी दीक्षित। जिन्हे आज भी दर्शक बड़े पर्दे पर देखने के लिए आतुर हैं। माधुरी दीक्षित सिर्फ एक अदाकारा ही नहीं बल्कि हिंदी सिनेमा की डांसिंग डिवा भी हैं। उन्होंने अपने हिंदी फ़िल्मी करियर में कई बेहतरीन फ़िल्में की, जिन्हे दर्शक आज भी बड़े चाव से देखतें हैं। माधुरी को हिंदी सिनेमा में उनके बेहतरीन अदाकारी के लिये चार बार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, एक बार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री और एक स्पेशल अवार्ड से नवाजा जा चुका है।

इन सभी पुरुस्कारों के अलावा उन्हे भारत सरकार् के चतुर्थ सर्वोच्च नागारिक सम्मान "पद्मश्री" से सम्मनित किया गया।माधुरी दीक्षित का जन्म 15 मई 1965 को मुंबई में हुआ था।  पिता शंकर दीक्षित और माता स्नेह लता दीक्षित की लाडली माधुरी को बचपन से डॉक्टर बनने की चाह थी, लेकिन वह अभिनेत्री बन गयी। माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम तय किया है जिसे आज के अभिनेत्रियाँ अपने लिए आदर्श मानती है। 80 और 90 के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू था माधुरी पूरे देश की धड़कन बन गयी। माधुरी दीक्षित ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1984 में राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म अबोध से की थी। लेकिन यह फिल्म कुछ खास नहीं चली। माद्री को अपने शुरुआती करियर में कई असफलताओं का मुंह देखना पड़ा। लेकिन उन्हें हिंदी सिनेमा में पहचना मिली फिल्म तेजाब से।

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