जया बच्चन के इन 5 शब्दों की वजह से टूटा रेखा और अमिताभ बच्चन का रिश्ता!
रात्रि भोज का निमंत्रण
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक ऐसा वाकया था जब अमिताभ शहर से बाहर थे तो जया बच्चन ने रेखा को अपने घर डिनर पर बुलाया था। अपनी आशंकाओं के बावजूद, रेखा ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया, डरकर लेकिन जया के इशारे को अस्वीकार करने में असमर्थ रही। उन्हें आश्चर्य हुआ जब जया ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और अमिताभ का जिक्र किए बिना सरल और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखा। इससे रेखा आश्चर्यचकित रह गईं क्योंकि उन्हें एक अलग बातचीत की उम्मीद थी।
जया के जादुई शब्द
डिनर के दौरान जया और रेखा अमिताभ का एक भी जिक्र किए बिना सुखद बातचीत में लगी रहीं। जब जया रेखा को दरवाजे तक लेकर गईं तभी उन्होंने आखिरकार उनके बारे में बात की। जया के विदाई शब्द थे, "चाहे कुछ भी हो जाए, मैं अमित को कभी नहीं छोड़ूंगी।" इन शब्दों ने रेखा को स्तब्ध कर दिया, जिससे उन्हें एहसास हुआ कि जया को सब कुछ पता था। जया के संकल्प की गहराई को समझते हुए रेखा ने फैसला किया कि अब पीछे हटने का समय आ गया है।
इस संक्षिप्त लेकिन शक्तिशाली आदान-प्रदान का स्थायी प्रभाव पड़ा, जिससे उनके अफवाह वाले रिश्ते में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया। यह कहानी बॉलीवुड की सबसे दिलचस्प कहानियों में से एक है, जो इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे कुछ शब्द व्यक्तिगत रिश्तों की दिशा बदल सकते हैं।