सोनाली कुलकर्णी का खुलासा, इंटरव्यू में उन्होंने रंगभेद के अपने अनुभव को साझा किया
मनोरंजन डेस्क, जयपुर: सिनेमा में नस्लवाद अक्सर चर्चा का विषय रहता है। कई कलाकार अब रंगभेद के खिलाफ खुलकर भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं । मराठी अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी ने भी इस संबंध में एक अनुभव साझा किया है।
क्या कहा सोनाली कुलकर्णी ने?
वास्तव में, मैंने आज तक बॉलीवुड में कभी भी नस्लवाद का अनुभव नहीं किया है। लेकिन, पुणे में मैंने इन चीजों का सामना किया है। बॉलीवुड ने मुझे स्वीकार किया और मेरे काम की सराहना की लेकिन जब मैं पुणे में एक ऑडिशन के लिए गई, तो मुझे नस्लवाद का सामना करना पड़ा। एक बार मैं गिरीश कर्नाड से मिलने गई। एक और लड़की अपनी मां के साथ आई। लड़की की माँ ने वह सुन लिया जो मैं नहीं चाहती था। उसने मुझसे पूछा, तुम यहाँ क्यों हो? इस पर मैंने कहा कि मैं गिरीश कर्नाड से मिलने आई हूं। क्योंकि मैं उनका मकसद नहीं जानती था। महिला यहीं नहीं रुकी। 'क्या तुमने कभी अपना चेहरा आईने में देखा है? काली लड़कियां कैमरे पर अच्छी नहीं लगती', उसने मुझे देखा और कहा था।
मैं थोड़ी देर के लिए परेशान हो गई थी, लेकिन 15 से 20 मिनट में मेरी मुलाकात गिरीश कर्नाड से हो गई। उन्होंने मेरे साथ बातचीत की, मेरी तारीफ की, इसलिए महिला की बात मेरे लिए मायने नहीं रखती थी।