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अभिनेता Sonu Sood ने के बार फिर दिखाई इंसानियत, अब इस हिंसा प्रभावित क्षेत्र में विश्वविद्यालय बनवायेंगे एक्टर 

 
अभिनेता Sonu Sood ने के बार फिर दिखाई इंसानियत, अब इस हिंसा प्रभावित क्षेत्र में विश्वविद्यालय बनवायेंगे एक्टर 

31 अगस्त को हरियाणा के नूंह में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई, जिससे हिंसा भड़क गई। हिंसा तब भड़की जब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल बाहर जा रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा भड़काने में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई और फिर इसे रोकने के लिए वहां इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। इंटरनेट बंद होने से सबसे ज्यादा असर उन लड़कियों पर पड़ा जो वहां यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए पीएम को पत्र लिख रही थीं। छात्राएं यूनिवर्सिटी शुरू करने की मांग को लेकर पोस्टकार्ड अभियान चला रही थीं, लेकिन इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बाद उनका अभियान भी बंद हो गया। अब उनकी मदद के लिए बॉलीवुड एक्टर और समाज सेवी सोनू सूद आगे आए हैं। कहा, अच्छे भविष्य के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है।

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स्थानीय लोगों के मुताबिक अप्रैल 2005 में मेवात को जिला तो बना दिया गया, लेकिन यहां विकास नहीं पहुंच सका। 2018 में नीति आयोग ने मेवात नूंह को देश का सबसे पिछड़ा जिला घोषित किया था। यहां कोई कॉलेज या यूनिवर्सिटी नहीं है। नूंह में यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए पोस्टकार्ड अभियान के तहत नूंह और हरियाणा की लड़कियां प्रधानमंत्री को 10 हजार पोस्टकार्ड भेज रही हैं। अब तक दो हजार पोस्टकार्ड भेजे जा चुके हैं, इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण यह अभियान रुक गया था, लेकिन अब फिर से पीएम मोदी को पोस्टकार्ड भेजना शुरू कर दिया गया है।

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आपको बता दें कि यूनिवर्सिटी न होने के कारण छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है, जिसके कारण लड़के तो बाहर चले जाते हैं लेकिन कई लड़कियों की पढ़ाई छूट जाती है। इस मुहिम को शुरू करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सुनील जागलान हैं, जिनका जिक्र पीएम मोदी ने मन की बात में किया था। सोनू सूद ने कहा कि हाल के दिनों में हमने देखा है कि नूंह में हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं। मुझे लगता है कि शिक्षा एक बड़ा कारक है। अगर वहां यूनिवर्सिटी आएगी, कॉलेज आएगा तो वहां के बच्चों के लिए बहुत अच्छा होगा। नूंह में करीब 30 गांव ऐसे हैं, जहां कई बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं।

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वहां के लड़के तो पढ़ने के लिए दूसरी जगह चले जाते हैं, लेकिन लड़कियों की पढ़ाई वहीं छूट जाती है। अगर वहां यूनिवर्सिटी खुलेगी तो जिन बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है वे आगे पढ़ सकेंगे, उनका भविष्य बेहतर होगा।यूनिवर्सिटी के सभी लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है कि नूंह में एक यूनिवर्सिटी खोलें ताकि बच्चों का भला हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए वह और उनकी संस्था सोनू सूद फाउंडेशन इस विषय पर सहयोग करेंगे। हम हाथ मिलाकर नूह के बच्चों की शिक्षा और उनके लिए कुछ कर सकते हैं।' जय हिन्द।

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