Happy Birthday Guru Randhawa : गुरु के लिए आसान नही था संगीत की दुनिया में पहचान बनाने का सफ़र, जानिए संघर्ष की कहानी

मशहूर पंजाबी गायक का जन्म आज ही के दिन यानी 30 अगस्त 1991 को पंजाब के गुरदासपुर जिले के नूरपुर में हुआ था। बचपन में उन्हें प्यार से गुरशरणजोत सिंह रंधावा कहा जाता था। गुरु रंधावा को बचपन से ही गाने का बहुत शौक था, उन्होंने गुरदासपुर से ही छोटे-छोटे समारोहों में गाना शुरू किया, जिसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए, जहां उन्होंने छोटी-छोटी पार्टियों में भी गाना शुरू किया।
शुरू से ही संगीत में रुचि होने के कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भी संगीत के क्षेत्र में काम किया और आज एक अच्छा मुकाम हासिल किया है। सिंगर ने अपना सफर साल 2012 में शुरू किया था। वहीं, इस साल उन्होंने इंडस्ट्री में अपना एक दशक पूरा कर लिया है। रंधावा का सफर भी उतार-चढ़ाव भरा रहा। रंधावा का पहला गाना 'सेम गर्ल' हिट नहीं रहा। वहीं 2013 में गुरु रंधावा ने अपना पहला एल्बम 'पेग वन' पेश किया लेकिन वह भी हिट नहीं हुआ।
इसके बाद 2015 में गुरु रंधावा ने रैपर बोहेमिया के साथ मिलकर पटोला गाना बनाया। वहीं इन गानों को लोगों ने खूब प्यार दिया है और तब से इनकी पहचान और भी बढ़ गई है। गाने लिखने के अलावा गुरु रंधावा धुनें भी बनाते हैं। इसके अलावा गुरु रंधावा ने और भी कई गाने बनाए, उन्होंने एक गाना बनाया "बन जा तू मेरी रानी", ये गाना सोशल मीडिया पर काफी हिट रहा। वहीं उन्होंने कपिल शर्मा के शो में इस गाने के बारे में खुलासा भी किया था, आपको बता दें कि गुरु ने खुद कपिल शर्मा के शो में बताया था कि उनका गाया गाना 'बन जा तू मेरी रानी' उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड के लिए लिखा था।
लेकिन बड़ा स्टार न होने और ज्यादा पैसे न होने के कारण लड़की ने गुरु को छोड़ दिया। लड़की ने कहा था कि- गुरु के पास कुछ नहीं है. उसका कोई व्यक्तित्व नहीं है। वह उसके साथ नहीं रहना चाहती। हालाँकि "बन जा तू मेरी रानी" गाना हिट हुआ तो लड़की वापस आ गई लेकिन इस बार गुरु ने उसे ठुकरा दिया क्योंकि गुरु ने अपने प्यार का सबक सीख लिया था।