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Vidhu Vinod Chopra Birthday Special : कश्मीर की इस दर्दनाक घटना का मंज़र देख चुके है विधु विनोद, इस फिल्म के ज़रिये बयां की कहानी 

 
Vidhu Vinod Chopra Birthday Special : कश्मीर की इस दर्दनाक घटना का मंज़र देख चुके है विधु विनोद, इस फिल्म के ज़रिये बयां की कहानी 

वह लीक से हटकर फिल्में बनाते हैं और फैन्स के दिलों को छू जाते हैं। बेशक, हम विधु विनोद चोपड़ा का जिक्र कर रहे हैं, जिन्होंने कश्मीर के नरसंहार से संघर्ष किया है और इसे बड़े पर्दे पर भी उकेरा है। बर्थडे स्पेशल में हम आपको विधु विनोद चोपड़ा की जिंदगी के कुछ पन्नों से रूबरू करा रहे हैं।

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5 सितंबर 1952 को श्रीनगर में जन्मे फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखने वाले विधु का बचपन कश्मीर घाटी में आम के नरसंहार के बीच बड़ा हुआ। इसकी झलक उनकी कई फिल्मों में भी देखने को मिली है। वहीं कई इंटरव्यू में उन्होंने कश्मीर में बिताए वक्त का दर्द भी बयां किया है। उन्होंने बताया था, 'मेरा घर लूट लिया गया। मेरी मां को रातों-रात कश्मीर छोड़ना पड़ा और मेरे भाई पर चाकू से हमला किया गया।

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विधु विनोद चोपड़ा ने कश्मीर में मिले जख्मों को बड़े पर्दे पर भी बखूबी बयां किया है। बता दें कि साल 2000 के दौरान उन्होंने फिल्म मिशन कश्मीर बनाई थी, जिसमें ऋतिक रोशन ने अहम भूमिका निभाई थी। आपको बता दें कि इस फिल्म के जरिए विधु विनोद चोपड़ा ने असल जिंदगी में झेले दर्द को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की है। आपको जानकर हैरानी होगी कि बॉलीवुड को बतौर निर्देशक, निर्माता और लेखक कई नाम देने वाले विधु विनोद चोपड़ा एक्टिंग भी करते हैं। 

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दो हजार रुपये बचाने के लिए ही उसने यह कदम उठाया था। हुआ यूं कि जब डायरेक्टर कुंदन शाह फिल्म जाने भी दो यारो बना रहे थे तो उस दौरान उनका बजट महज सात लाख रुपये था। इस फिल्म में विधु विनोद चोपड़ा प्रोडक्शन कंट्रोलर थे और उनका काम सारा हिसाब-किताब रखना था। फिल्म के क्लाइमेक्स की शूटिंग के दौरान दुशासन का किरदार निभाने वाले अभिनेता ने दो हजार रुपये की मांग की, लेकिन विधु विनोद चोपड़ा ने 100 रुपये देने की बात कही. जब उस कलाकार ने मना कर दिया तो विधु विनोद चोपड़ा ने खुद दुशासन का गेटअप बनाया और दो मिनट का सीन शूट किया।

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