अंडरवर्ल्ड के खौफ से भारत के इस मशहूर रैपर ने समेट लिया था देश से बोरिया बिस्तर, साउथ में खलनायक बन मचा चुके है धमाल

पिछले कुछ सालों में हनी सिंह, बादशाह और रफ्तार जैसे रैपर्स ने अपने गानों से फैन्स को इम्प्रेस किया है. सभी ने अपने गानों के दम पर इंडस्ट्री में खास जगह बनाई है। ये रैपर्स युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। हालांकि, एक रैपर ऐसा भी है जिसने सालों पहले यह उपलब्धि हासिल की थी। उन्हें 'किंग ऑफ रैप' के नाम से जाना जाता है। वह कोई और नहीं बल्कि बाबा सहगल हैं।
'किंग ऑफ रैप' यानी बाबा सहगल को देश का पहला रैपर कहा जाता है। उनका असली नाम हरजीत सिंह सहलग है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 90 के दशक में की थी लेकिन अपने करियर के चरम पर उन्हें भारत छोड़ना पड़ा। बाबा सहगल ने अपने करियर की शुरुआत साल 1990 में 'दिलरुबा' एल्बम से की थी। 1992 में उनका गाना 'ठंडा ठंडा पानी' काफी लोकप्रिय हुआ, जिसके 50 लाख कैसेट बिके। यह उनका पहला रैप गाना था, जो काफी सफल रहा। बाबा सहगल पहले भारतीय कलाकार हैं जिनका संगीत वीडियो एमटीवी एशिया पर प्रसारित किया गया था।
बाबा सहगल के 'मैं भी मैडोना', 'बाबा बचाओ ना', 'मिस 420', 'तोरा तोरा', 'लुंबा लुंबा', 'इंडिया रोमियो' जैसे गाने काफी लोकप्रिय हुए। इसके अलावा बाबा सहगल ने बॉलीवुड फिल्मों के लिए गाने भी डायरेक्ट किए हैं, जिनमें 'भूत अंकल', 'नालायक' शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने टीवी शो 'संता एंड बंता न्यूज अनलिमिटेड' के लिए एंकरिंग भी की है। 90 के दशक में जब बाबा सहगल का करियर फल-फूल रहा था, तब बॉलीवुड और म्यूजिक इंडस्ट्री में अंडरवर्ल्ड का प्रभाव भी बढ़ रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाबा सहगल को अंडरवर्ल्ड से धमकियां मिलती रहती थीं, लेकिन उन्होंने हमेशा उन्हें नजरअंदाज किया, लेकिन जब गुलशन कुमार की हत्या हो गई, तो बाबा सहगल अपना स्थापित करियर छोड़कर सिंगापुर चले गए।
बाबा सहगल ने संगीत के अलावा अभिनय में भी अपना हाथ आजमाया है। उन्होंने बतौर एक्टर अपनी एक्टिंग का हुनर रुद्रमादेवी में दिखाया था। इसके बाद वह अच्चम येनबधु मदामैयदा में विलेन की भूमिका में नजर आए। बाबा सहगल फिल्म 'माई फ्रेंड गणेशा' का भी हिस्सा रह चुके हैं। इतना ही नहीं बाबा सहगल ने रियलिटी शो 'बिग बॉस' के सीजन 1 में वाइल्ड कार्ड एंट्री की थी। उन्होंने 'बिग बॉस' के घर में 18 दिन बिताए।