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Arun Govil के Birthday पर जाने इनके  'रामायण' के 'राम' बनने की पीछे की दिलचस्प कहानी 

 
Arun Govil के Birthday पर जाने इनके  'रामायण' के 'राम' बनने की पीछे की दिलचस्प कहानी 

आज अभिनेता अरुण गोविल का जन्मदिन है. अरुण गोविल आज अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। मशहूर टीवी सीरियल 'रामायण' में भगवान राम का किरदार निभाने के बाद एक्टर को इस रूप में पहचान मिलने लगी। भगवान राम से उनकी पहचान ऐसी हो गई कि लोग उनकी पूजा करने लगे। घरों में उनके पोस्टर नजर आते थे और जब अरुण गोविल (Arun Govil बर्थडे) खुद कहीं पहुंच जाते थे तो लोग उन्हें भगवान की तरह पूजने लगते थे. हालांकि, रामायण से पहले अरुण गोविल कुछ फिल्मों का भी हिस्सा रहे थे, लेकिन बॉलीवुड उन्हें वह पहचान नहीं दे सका, जो टीवी के मशहूर धार्मिक सीरियल रामायण ने उन्हें दी थी। आज अरुण गोविल के जन्मदिन पर आइए आपको बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें-

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12 जनवरी 1958 को जन्मे अरुण गोविल का फिल्मी सफर पहली फिल्म से शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने कुछ और फिल्में भी कीं लेकिन 1987-88 के दौरान उनके भगवान राम के किरदार ने खूब प्रसिद्धि बटोरी। साल 2020 में जब लॉकडाउन लगा तो सरकार ने फिर से रामायण का नेशनल प्रसारण शुरू किया और इसके जरिए आज के लोगों को अरुण गोविल की दमदार एक्टिंग के बारे में भी पता चला।

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लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अरुण गोविल 'रामायण' के 'राम' कैसे बने और उन्हें यह शो कैसे मिला। दरअसल, अरुण गोविल को रामायण का राम बनाने में ताराचंद बड़जात्या और सूरज बड़जात्या की सबसे बड़ी भूमिका है। क्योंकि शुरुआत में रामानंद सागर ने अरुण गोविल को राम का रोल देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद एक्टर को ये रोल सूरज बड़जात्या की बदौलत मिला। अरुण गोविल ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था।

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उन्होंने बताया कि भगवान राम के किरदार के लिए ऑडिशन देने के बाद शुरुआत में उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था. लेकिन, बाद में सूरज बड़जात्या ने उन्हें राम के किरदार के लिए लुक टेस्ट के दौरान अपनी मुस्कान का इस्तेमाल करने की सलाह दी। एक्टर ने सूरज बड़जात्या की सलाह भी मानी. दरअसल, बड़जात्या परिवार राजश्री प्रोडक्शंस का मालिक था और अरुण गोविल ने उनकी कई फिल्मों में काम किया था। ताराचंद सूरज बड़जात्या के दादा थे।

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