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जहां हुई एजेंट विनोद और Kaalo की शूटिंग उस Kuldhara लोग रातों-रात गायब हो गए थे गायब, Video में जाने रोंगटे खड़े करने वाली कहानी 

 
जहां हुई एजेंट विनोद और Kaalo की शूटिंग उस Kuldhara लोग रातों-रात गायब हो गए थे गायब, Video में जाने रोंगटे खड़े करने वाली कहानी 

भारत रहस्यों से भरा देश है। इसका इतिहास बहुत पुराना है और यहां कई रहस्यमयी और अनसुलझे पहलुओं पर चर्चा होती रहती है। इन्हीं रहस्यमयी जगहों में से एक है राजस्थान में स्थित कुलधरा। जिसकी कहानी बहुत मशहूर है। आइए विस्तार से जानते हैं। 2006 में, सरकार ने वनस्पति अध्ययन के लिए साइट पर एक "जुरासिक कैक्टस पार्क" स्थापित किया। 2011 में, फिल्म एजेंट विनोद के कुछ दृश्य और 2017 में तमिल फिल्म थेरन अधिगरम ओन्ड्रू के क्लाइमेक्स दृश्यों को साइट पर शूट किया गया था। फिल्म क्रू ने अपने सेट के लिए नए ढांचे बनाए। उन्होंने अपनी शूटिंग आवश्यकताओं के लिए बर्बाद दीवारों पर तालिबान के प्रतीक और उर्दू शब्दों से पेंट किया।

उन्होंने देहाती लुक पाने के लिए कुछ दीवारों को गाय के गोबर से भी ढक दिया। कई पर्यटकों ने उन पर विरासत संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया और बाद में, राजस्थान सरकार ने शूटिंग रोक दी। पुलिस ने तीन क्रू सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया। निर्माताओं ने एपिसोड को गलतफहमी का दोषी ठहराते हुए अपना बचाव किया और कहा कि उनका मानना ​​है कि उनके पास आवश्यक अनुमतियाँ थीं। पुरातत्व विभाग ने निर्माताओं पर ₹100,000 का जुर्माना लगाया और उन्हें खराब हो चुकी संरचनाओं को बहाल करने के लिए ₹300,000 जमा करने के लिए भी कहा। तीन दिनों की मरम्मत के बाद दीवारों से तालिबान की तस्वीरें, उर्दू मुहावरे और गोबर हटा दिए गए। 2010 में, कालो - द डेजर्ट विच नामक एक हिंदी भाषा की फीचर फिल्म रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म गाँव की लोककथाओं पर आधारित थी।2023 की बंगाली भाषा की जासूसी फिल्म द एकेन: रुद्धास्वास राजस्थान की शूटिंग इसी गाँव में हुई थी।

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क्या है कुलधरा की कहानी?
राजस्थान के कुलधरा की कहानी काफी मशहूर है। इस गांव पर एक फिल्म भी बन चुकी है। आज यह गांव पूरी तरह से वीरान है। लेकिन कहा जाता है कि एक समय कुलधरा गांव लोगों से भरा हुआ था। यहां बड़ी संख्या में पालीवाल ब्राह्मण रहा करते थे। लेकिन किसी कारणवश उन्हें रातों-रात यह गांव खाली करना पड़ा। कहा जाता है कि कुलधरा गांव को खाली करते समय ब्राह्मणों ने श्राप दिया था कि जो भी यहां आएगा वह पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। तब से यह गांव खाली पड़ा है।

कुलधरा की एक और कहानी काफी मशहूर है। कहा जाता है कि यहां का चौकीदार सलीम सिंह कुलधरा गांव के एक ब्राह्मण की बेटी शक्ति मैया से विवाह करना चाहता था। लेकिन शक्ति मैया उससे विवाह नहीं करना चाहती थीं। इस दौरान सलेम ने गांव में रहने वाले लोगों को धमकी दी कि अगर शक्ति ने उससे शादी नहीं की तो वह सभी लोगों को मार देगा। जिसके डर से यहां रहने वाले सभी ब्राह्मणों को कुलधरा गांव खाली करना पड़ा। लेकिन जाने से पहले ब्राह्मणों ने कुलधर को श्राप दिया कि अगर कोई इस गांव में बसेगा तो वह खत्म हो जाएगा। हालांकि इस गांव को फिर से बसाने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन जो भी यहां आया, वह रातों-रात गांव बन गया। कुलधरा गांव में आज तक कोई नहीं बस पाया। यह गांव पूरी तरह से वीरान है। ऐसा भी कहा जाता है कि शाम के समय इस गांव में अलौकिक गतिविधियां होती हैं।

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कुलधरा गांव के लोग रात भर कहां चले गए?
हम बात कर रहे हैं कुलधरा गांव की जिसे भूतहा गांव के नाम से भी जाना जाता है। इस गांव के बारे में कहा जाता है कि सभी गांव वाले कुलधरा छोड़कर किसी दूसरे गांव में चले गए थे। लोगों का कहना है कि जाने से पहले इन लोगों ने श्राप भी दिया था कि यहां दोबारा कोई नहीं बस पाएगा। इसीलिए इसे शापित गांव भी कहा जाता है।

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क्या कुलधरा गांव में भूत रहते हैं?
कुलधरा गांव के बारे में कहा जाता है कि यह एक "भूतिया गांव" है। रात होते ही यहां का माहौल अद्भुत और रहस्यमयी हो जाता है। हालांकि, वैज्ञानिक इस बात को मानने से इनकार करते हैं। वहीं, यहां के लोगों की मानें तो शाम के समय इस गांव में जाने से डर लगता है। फिलहाल, लोग दूर-दूर से इस जगह को देखने आते हैं। लेकिन अंधेरा होने से पहले ही इस गांव को खाली करा दिया जाता है।

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