झूठे विडियो के कारण इस यूट्यूबर के खिलाफ लिया गया एक्शन,फ्रीज किए गए बैंक खाते

सोशल मीडिया एक बेहतरीन जरिया है, लेकिन कुछ लोग नाम और पैसा कमाने के लिए इसका गलत इस्तेमाल करते हैं। कुछ ऐसा ही किया यूट्यूबर मनीष कश्यप और बिहार के युवराज सिंह ने। दरअसल तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों का फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने दोनों को गिरफ्तार करने का फैसला किया है।
इसके लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। इसके साथ ही जहां एक ओर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, वहीं दूसरी ओर दोनों के बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद बिहार पुलिस ने दी है। गौरतलब है कि मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में काम करने वाले बिहारी मजदूरों का एक फर्जी वीडियो वायरल किया है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि बिहारी मजदूरों पर क्या हो रहा है।
3. मनीष कश्यप के बैंक खातों में उपलब्ध राशि को फ्रीज कराया गया। इनके SBI के खाते में 3,37,496 रु0, IDFC BANK के खाते में 51,069 रु0, HDFC BANK के खाते में 3,37,463 रुपये तथा SACHTAK Foundation के HDFC BANK के खाते में 34,85,909 रु0 उपलब्ध हैं।कुल राशि 42,11,937 रुपये है।(3/7)
— Bihar Police (@bihar_police) March 15, 2023
मनीष ने कथित तौर पर इस तरह का एक फर्जी वीडियो वायरल किया है, जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इसके साथ ही पुलिस ने मनीष के ट्विटर हैंडल को ब्लॉक कर दिया है। एक अन्य फर्जी अकाउंट में दावा किया जा रहा था कि मनीष और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन बिहार पुलिस ने साफ कर दिया है कि दोनों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
बिहार पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी साझा की है कि मनीष कश्यप के सभी बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही इनमें मौजूद पैसों की भी जानकारी दी है। सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के दो साल बाद मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी ने यूट्यूब से पत्रकारिता करने का फैसला किया। इसके साथ ही साल 2020 में मनीष ने चनपटिया विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था।