Manoranjan Nama

Birth Anniversary Special : प्रेम नाथ के मेकअप रूम में घुस Madhubala ने कर दी थी ऐसी हरकत, एक्टर की हो गई थी हालत खराब 

 
Birth Anniversary Special : प्रेम नाथ के मेकअप रूम में घुस Madhubala ने कर दी थी ऐसी हरकत, एक्टर की हो गई थी हालत खराब 

हिंदी सिनेमा में ऐसे कई अभिनेता हैं जो अपनी एक्टिंग से ज्यादा अपनी दमदार आवाज के लिए जाने जाते हैं। 70 के दशक में भी एक ऐसा कलाकार था जिसने अपनी आवाज के दम पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। उनका नाम प्रेम नाथ मल्होत्रा था. उनका जन्म 21 नवंबर 1926 को पेशावर, पाकिस्तान में हुआ था, जिसके बाद उनका पूरा परिवार मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थानांतरित हो गया। अपने पूरे करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में राज करने वाले एक्टर की जिंदगी से जुड़े कई किस्से हैं. तो आइए आज उनकी जयंती के मौके पर हम आपको एक घटना बताते हैं।

..
पचास के दशक में मुंबई आये
प्रेमनाथ ने वकालत की पढ़ाई की लेकिन उन्हें संगीत और अभिनय का शौक था। अपने सपने को पूरा करने के लिए प्रेमनाथ पचास के दशक में मुंबई चले आये और पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी थिएटर में काम करने लगे। साल 1948 में वह पहली बार फिल्म 'अजीत' में नजर आए। लेकिन उन्हें पहचान राज कपूर की फिल्म 'आग' से मिली। उनकी फिल्म अजीत हिंदी सिनेमा की पहली रंगीन फिल्म मानी जाती है।

.
जब मधुबाला ने किया प्रपोज
प्रेमनाथ अपने करियर में भले ही सफल रहे हों, लेकिन प्यार पाने में वह असफल साबित हुए। दरअसल, उस दौर में प्रेम नाथ ने मधुबाला के साथ बादल, आराम और साकी जैसी फिल्मों में काम किया था। कहा जाता है कि मधुबाला अपनी फिल्म के हर हीरो और डायरेक्टर को देखते ही उनसे प्यार कर बैठती थीं। एक्ट्रेस उन्हें गुलाब के फूल और लव लेटर देकर प्रपोज करती थीं. इस मामले में मधुबाला ने अपनी फिल्म के हीरो प्रेम नाथ को प्रपोज किया था।

.
शूटिंग से पहले लव लेटर दिया

1951 में आई फिल्म 'बादल' में मधुबाला प्रेम नाथ के साथ काम कर रही थीं। प्रेम नाथ को अक्सर फिल्मों में विलेन के किरदार में देखा गया है। शूटिंग के पहले ही दिन मधुबाला प्रेम नाथ के मेकअप रूम में गईं और उन्हें प्रपोज कर दिया। हमेशा की तरह उन्होंने एक्टर को लव लेटर और फूल देकर प्रपोज किया।प्रेम नाथ को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है, प्रेम नाथ सदमे में थे।

.
जब रिश्ता ख़त्म हो गया

जब प्रेमनाथ ने पत्र खोला तो उसमें लिखा था, 'यदि तुम मुझसे प्रेम करते हो तो कृपया यह गुलाब का फूल स्वीकार करो अन्यथा मुझे लौटा दो।' कहा जाता है कि लेटर पढ़ते ही प्रेमनाथ हैरान रह गए, उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला उन्हें प्रपोज कर रही है. उन्होंने मधुबाला के प्रस्ताव को खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। इसके बाद इनका रिश्ता शुरू हुआ. लेकिन कुछ समय बाद मधुबाला ने प्रेमनाथ से दूरी बनानी शुरू कर दी और धीरे-धीरे यह रिश्ता खत्म हो गया।

Post a Comment

From around the web