Roket Boys 2 में इस महान व्यक्तित्व का किरदार निभाने वाले है Ishwak Singh,ऐसा होगा एक्टर का रोल

वेब सीरीज 'रॉकेट बॉयज' से पहचान बनाने वाले इश्वाक सिंह अब 'रॉकेट बॉयज 2' में डॉ. विक्रम साराभाई के किरदार को फिर से निभाने के लिए तैयार हैं। बैकस्टेज से बड़े पर्दे पर आने को लेकर उत्साहित इश्वाक ने प्रियंका सिंह के साथ अपनी भावनाओं को साझा किया। फिल्म 'रांझणा' में छोटे से रोल से शुरू हुआ अभिनेता इश्वाक सिंह का अभिनय सफर 'अलीगढ़', 'वीरे दी वेडिंग' जैसी फिल्मों से 'बर्लिन', 'बस करो आंटी' तक पहुंचा, लेकिन उन्हें अपनी वेब सीरीज ' 'रॉकेट बॉयज़ 2' से सराहना और पहचान। सोनी लिव की वेब सीरीज 'रॉकेट बॉयज 2' का दूसरा सीजन भी जल्द ही दर्शकों के सामने आने वाला है।
अपने सफर के बारे में इश्वाक कहते हैं, "कई कलाकारों का विचार है कि मुझे बड़े निर्माता और निर्देशकों के साथ बड़े रोल करने चाहिए. मैं थिएटर से आया हूं, जहां कोरस में 100 लोगों के पीछे खड़े होने के बाद भी मैं उतना ही ईमानदार काम करता था। एक साथ। फिर सात साल बाद बड़े नाटकों में लीड। बैकस्टेज से स्टेज पर आने तक का सफर मजेदार रहा। फिल्मों में छोटा-मोटा काम मिला तो अच्छे फिल्मकार थे, वहीं से काम बढ़ा। मंच पर, नायक की कोई अवधारणा नहीं है। लोग सबसे अजीब चरित्र के पीछे भागते हैं। कुटिल चरित्र अधिक आकर्षित करते हैं क्योंकि वहां लेखन मायने रखता है। क्या ईश्वर बॉक्स ऑफिस की दौड़ से खुद को दूर रखना चाहता है?'' इस पर वह कहते हैं, ''आर्ट के साथ-साथ बिजनेस भी होता है, यानी पैसा कमाना होता है. तभी तो यहां और विदेशों में बड़ी फिल्में बन रही हैं। हां, जब वह पैसा कमाती हैं तो अगर 'गॉडफादर' सुपरहिट नहीं होती तो इसकी सफलता की कहानियां या इसके कलाकार रोल मॉडल कैसे बनते।
किसी भी सामग्री के लिए प्रासंगिक होने के साथ-साथ व्यावसायिक सफलता बहुत महत्वपूर्ण है। यह संतुलन बनाना जरूरी है। इश्वाक एक बार फिर 'रॉकेट बॉयज 2' में डॉ. विक्रम साराभाई की भूमिका निभाएंगे। वह कहते हैं, 'जब मैंने पहली बार इसकी स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे इस पर विश्वास हुआ। दूसरे सीजन को लेकर वह भरोसा बढ़ा है। इस बार मुझे डॉ. साराभाई को गहराई से जानने का मौका मिला। जब मैं कोई काम चुनता हूं तो उसकी सबसे बड़ी वजह यह होती है कि क्या वह किरदार मुझे कुछ दे पाएगा या मैं उस किरदार को कुछ दे पाऊंगा। डॉ. विक्रम साराभाई की भूमिका निभाते हुए मैंने इसमें अपने निजी अनुभव भी रखे। मैंने अपनी समझ का दायरा बढ़ाया है क्योंकि डॉ. विक्रम साराभाई की उपलब्धियां अपार हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई और कम साधनों का सही उपयोग किया। डॉ. होमी जहांगीर भाभा के साथ मिलकर उन्होंने लैब शुरू की और इसरो कम साधनों के साथ बैलगाड़ी पर रॉकेट ले जाता था।
बुनियादी तौर पर जुगाड़ से उस जमाने में हासिल की गई उपलब्धियां प्रेरणादायक हैं। मैं उनकी बातें जानकर हैरान रह जाता था। उनकी तरह मैं भी अपने जीवन में वह जुनून और अनुशासन लाना चाहता हूं। इश्वाक कहते हैं, 'अच्छी कहानियां कलाकार को मजबूती देती हैं। आज अगर मुझे अलग-अलग जॉनर का काम मिल रहा है तो इस वेब सीरीज की वजह से, जिसमें मुझे डॉ. विक्रम साराभाई की उपलब्धियों को ही नहीं, बल्कि उनके निजी जीवन और अन्य पहलुओं को भी दिखाने का मौका मिला है. एक अभिनेता के लिए यह एक ड्रीम रोल जैसा है। अच्छी बात यह है कि मेकर्स को यह अहसास हो रहा है कि मुझमें अलग-अलग भूमिकाएं करने की क्षमता है।