हिंदी डेब्यू में कुछ ख़ास कमान नही दिखा पाए साउथ के ये दिग्गज सितारे, बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिटी फ़िल्में
साउथ के कई पॉपुलर स्टार्स अब तक हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाने के लिए कदम रख चुके हैं। धनुष, असिन और इलियाना डिक्रूज सहित कुछ टॉलीवुड सेलेब्स ने बॉलीवुड में सफल शुरुआत की। हालाँकि, कुछ सुपरस्टार ऐसे भी हैं जो अपने पहले हिंदी प्रोजेक्ट से छाप छोड़ने में असफल रहे। आइए एक नजर डालते हैं उन दक्षिण भारतीय अभिनेताओं और उनके असफल हिंदी डेब्यू पर।
रामचरण
एसएस राजामौली की आरआरआर की सफलता ने राम चरण को पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया है. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाए। साथ ही ऑस्कर समेत कई अवॉर्ड जीतने में सफल रही, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि लाखों की फैन फॉलोइंग वाले राम चरण का बॉलीवुड डेब्यू फीका रहा था। 2013 में रिलीज हुई फिल्म जंजीर बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई। यह 1973 में अमिताभ बच्चन अभिनीत इसी नाम की हिंदी फिल्म की रीमेक थी। इसमें राम चरण के साथ प्रियंका चोपड़ा और संजय दत्त भी थे।
विक्रम
साउथ सुपरस्टार चियान विक्रम ने 2010 में अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय अभिनीत फिल्म रावण से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। मणिरत्नम द्वारा निर्देशित यह फिल्म दर्शकों को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई। फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर असफल होने के कारण दर्शकों को इसमें विक्रम की प्रतिभा नजर नहीं आयी।
सूर्या
तमिल इंडस्ट्री के सबसे बड़े सितारों में से एक सूर्या की बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। अभिनेता ने 2010 में रक्त चरित्र 2 से हिंदी फिल्म में डेब्यू किया था। हालांकि, यह बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रही और उनके प्रयासों पर किसी का ध्यान नहीं गया। इसके बाद से उन्होंने किसी अन्य बॉलीवुड फिल्म में काम नहीं किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंबे समय के बाद वह जल्द ही अपनी सुपरहिट फिल्म सोरारई पोटरू के हिंदी रीमेक में कैमियो करते नजर आएंगे।
पृथ्वीराज सुकुमारन
मलयालम सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारम ने अपनी पहली हिंदी फिल्म अइया में रानी मुखर्जी के साथ अभिनय किया। सचिन कुंडलकर द्वारा निर्देशित यह फिल्म 2012 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म टिकट खिड़की पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। इस फिल्म से अभिनेता हिंदी दर्शकों पर अपना जादू चलाने में असफल रहे।