जिस दिन महादेव का किरदार मिला उसी दिन हो गई अभिनेता के पिता की मौत
मोहित रैना का सफर
मोहित ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 2005 में टीवी शो "मेहर" से की थी। इसके बाद उन्होंने 'भाभी' जैसे शो में काम किया। धीरे-धीरे वह 'चेहरा', 'बंदिनी' और 'गंगा की धीज' जैसे शोज में नजर आने लगे। लेकिन 2011 में आए शो 'देवों के देव-महादेव' ने उनकी किस्मत बदल दी। शिव के किरदार ने उन्हें रातों रात स्टार बना दिया.
टीवी से लेकर वेब सीरीज और फिल्मों तक
2018 के बाद मोहित ने टीवी शो से दूरी बना ली और वेब शो और फिल्मों की ओर रुख कर लिया। उन्होंने "काफिर", "भौकाल", "ए वायरल वेडिंग", "मुंबई डायरीज़ 26/11" और "फ्रीलांसर" जैसे लोकप्रिय वेब शो में काम किया। मोहित ने फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। 2019 की फिल्म "उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक" में उनके अभिनय को काफी सराहा गया। इसके अलावा वह 'मिसेज सीरियल किलर', 'शिद्दत' और 'इश्क-ए-नादान' जैसी फिल्मों में भी नजर आए।
मोहित रैना का करियर तब बदल गया जब उन्हें शिव का किरदार मिला। ये रोल न सिर्फ उनके लिए बल्कि उनके पिता के लिए भी खास था. मोहित का मानना है कि यह रोल उनके पिता का आशीर्वाद था और इसीलिए उन्होंने इसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाया। मोहित की कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में कभी-कभी कठिनाइयों के साथ-साथ हमें ऐसे मौके भी मिलते हैं जो हमारे लिए बहुत खास होते हैं। मोहित ने अपने पिता की याद में इस रोल को पूरी मेहनत से निभाया और अपने करियर में सफलता की नई ऊंचाइयों को छुआ।